नॉर्मल डिलीवरी चाहती हैं तो रहें ‘एक्टिव’
बदलते लाइफस्टाइल की वजह से आजकल नॉर्मल डिलीवरी मुश्किल होती जा रही है। अधिकांश मामलों में सीजेरियन (Ceasarion) से ही बच्चों को जन्म दिया जा रहा है। ऐसा होने के कई कारण हैं जैसे उचित खान-पान न होना, कोई स्वास्थ्य समस्या होना, दिनचर्या ठीक न होना, तनाव ज्यादा लेना आदि। हालांकि गर्भ ठहरने के बाद से ही महिलाएं यदि ध्यान दें तो नॉर्मल डिलीवरी होना संभव है। आइए आपको बताते हैं कुछ ऐसी ध्यान देने योग्य बातें जिन्हें अपनाकर नॉर्मल और स्वस्थ डिलीवरी संभव है:
नॉर्मल डिलीवरी के लिए टिप्स:
संतुलित भोजन (Healthy and Balanced Diet): पेट में पल रहा बच्चा तभी स्वस्थ होगा जब गर्भवती महिला स्वस्थ हो। ऐसे में पौष्टिक और संतुलित भोजन लेना अनिवार्य होना चाहिए। जितना स्वस्थ आपका भोजन होगा उतना ही स्वस्थ बच्चा होगा साथ ही डिलीवरी के समय होने वाली परेशानियां कम होंगी।
खून की कमी (Hemoglobin level): प्रसव पीड़ा (Delivery pain ) के समय खून की कमी नहीं होनी चाहिए। इसलिए समय-समय पर ब्लड टेस्ट कराती रहें तथा चिकित्सक के कहे अनुसार आहार लेती रहें।
डिलीवरी के वक्त तकरीबन 300 से 400 एमएल खून महिला के शरीर से निकलता है, ऐसे में शरीर में आयरन और कैल्शियम की कमी नहीं होनी चाहिए। अपने आहार में ज्यादा से ज्यादा आयरन और कैल्शियम युक्त डाइट लें।
एक्टिव रहें (Be Active): यदि नॉर्मल डिलीवरी चाहती हैं तो शरीरिक रूप से एक्टिव रहें। हल्का व्यायाम करती रहें और सुबह-शाम टहलें।
पर्याप्त नींद (Sleep Proper): गर्भवती महिला को 6 से 8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए तथा शरीर की हल्के हाथ से मालिश भी जरूर करें।
टेंशन ना लें (Stay away from Tension): किसी भी परिस्थिति में टेंशन न लें। तनाव लेने से डिलीवरी के समय नकारात्मक असर पड़ता है जिससे ऑपरेशन के चांसेस बढ़ जाते हैं।
पानी पिएं (Be Hydrated): गर्भावस्था में शरीर में पानी की कमी न हो, इस पर भी ध्यान देना चाहिए। रोजाना 3 से 4 लीटर पानी अवश्य पियें।
योगा (Yoga for Normal Delivery): नॉर्मल डिलीवरी के लिए कुछ योगासन भी अपनाए जा सकते हैं जिनमें, कोनासन, वक्रासन, पर्वतासन, सुख भद्रासन, हस्त पंगुस्तासन आदि शामिल हैं। हालांकि किसी भी योग या व्यायाम को करने से पहले अपने चिकित्सक राय अवश्य लें।
नॉर्मल डिलीवरी के लिए टिप्स:
संतुलित भोजन (Healthy and Balanced Diet): पेट में पल रहा बच्चा तभी स्वस्थ होगा जब गर्भवती महिला स्वस्थ हो। ऐसे में पौष्टिक और संतुलित भोजन लेना अनिवार्य होना चाहिए। जितना स्वस्थ आपका भोजन होगा उतना ही स्वस्थ बच्चा होगा साथ ही डिलीवरी के समय होने वाली परेशानियां कम होंगी।
खून की कमी (Hemoglobin level): प्रसव पीड़ा (Delivery pain ) के समय खून की कमी नहीं होनी चाहिए। इसलिए समय-समय पर ब्लड टेस्ट कराती रहें तथा चिकित्सक के कहे अनुसार आहार लेती रहें।
डिलीवरी के वक्त तकरीबन 300 से 400 एमएल खून महिला के शरीर से निकलता है, ऐसे में शरीर में आयरन और कैल्शियम की कमी नहीं होनी चाहिए। अपने आहार में ज्यादा से ज्यादा आयरन और कैल्शियम युक्त डाइट लें।
एक्टिव रहें (Be Active): यदि नॉर्मल डिलीवरी चाहती हैं तो शरीरिक रूप से एक्टिव रहें। हल्का व्यायाम करती रहें और सुबह-शाम टहलें।
पर्याप्त नींद (Sleep Proper): गर्भवती महिला को 6 से 8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए तथा शरीर की हल्के हाथ से मालिश भी जरूर करें।
टेंशन ना लें (Stay away from Tension): किसी भी परिस्थिति में टेंशन न लें। तनाव लेने से डिलीवरी के समय नकारात्मक असर पड़ता है जिससे ऑपरेशन के चांसेस बढ़ जाते हैं।
पानी पिएं (Be Hydrated): गर्भावस्था में शरीर में पानी की कमी न हो, इस पर भी ध्यान देना चाहिए। रोजाना 3 से 4 लीटर पानी अवश्य पियें।
योगा (Yoga for Normal Delivery): नॉर्मल डिलीवरी के लिए कुछ योगासन भी अपनाए जा सकते हैं जिनमें, कोनासन, वक्रासन, पर्वतासन, सुख भद्रासन, हस्त पंगुस्तासन आदि शामिल हैं। हालांकि किसी भी योग या व्यायाम को करने से पहले अपने चिकित्सक राय अवश्य लें।
कुछ अन्य टिप्स (Other Tips for Normal Delivery) :
• गर्भ ठहरने के बाद किसी अच्छी महिला चिकित्सक से हमेशा संपर्क में रहें तथा उन चीजों का पालन करें जो गर्भवती महिला को करनी चाहिए।
• ज्यादा कैफीन युक्त खाद्य पदार्थ, शराब या सिगरेट या अन्य किसी भी प्रकार के नशे से एकदम दूर रहें। सीजेरियन होने का यह भी एक बड़ा कारण है।
• गर्भ ठहरने के बाद किसी अच्छी महिला चिकित्सक से हमेशा संपर्क में रहें तथा उन चीजों का पालन करें जो गर्भवती महिला को करनी चाहिए।
• ज्यादा कैफीन युक्त खाद्य पदार्थ, शराब या सिगरेट या अन्य किसी भी प्रकार के नशे से एकदम दूर रहें। सीजेरियन होने का यह भी एक बड़ा कारण है।
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